छात्रों हेतु अनुसंधान/प्रशिक्षण के अवसर
एनआईएमआर में अनुसंधानिक गतिविधियां
आईसीएमआर-राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान मलेरिया और अन्य रोग वाहक जनित संक्रामक रोगों के मूलभूत/अनुप्रयुक्त व प्रचालन संबंधी पहलुओं पर क्षेत्रीय और प्रयोगशाला उन्मुख दोनों विषयों में अत्याधुनिक अनुसंधान कार्य के लिए, राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त संस्थान है। अनुसंधान के प्रमुख क्षेत्रों में शामिल हैं: महत्वपूर्ण मलेरिया रोगवाहकों एवं परजीवियों हेतु आनुवांशिक एवं आणविक चिह्नकों का विकास, कीटनाशक एवं औषध प्रतिरोधकता की निगरानी एवं प्रणाली समझाना, लक्ष्य-आधारित औषध खोज एवं फीनोटाइप स्क्रीनिंग हेतु बड़े पैमाने पर प्लेटफार्म तैयार करना, परजीवी प्रोटीन्स पर आधारित नए नैदानिक किट्स, मच्छर शरीर क्रिया विज्ञान एवं व्यवहार, प्रमुख भारतीय रोगवाहकों का कोशिकावर्गीकीय अध्ययन, औषधियों का क्षेत्रीय मूल्यांकन, नए कीटनाशक, जैव-डिंभकनाशक, कीटनाशक संसिक्त मच्छरदानियां इत्यादि ।
क्षेत्रोन्मुख अनुसंधान, मुख्य रुप से देश के विभिन्न मलेरिया स्थानिक क्षेत्रों में स्थित 10 सुस्थापित क्षेत्रीय ईकाइयों में संचालित किया जाता है, नई दिल्ली में स्थित आईसीएमआर- राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान की अनुसंधानिक गतिविधियां मुख्य रुप से क्षेत्रीय ईकाइयों और निकटवर्ती क्षेत्रों के सहयोग से प्रयोगशाला-आधारित पद्द्वतियों पर केंद्रित हैं। मलेरिया के तीनों पहलुओ(परजीवियों, रोगवाहकों और मनुष्यों) पर अनुसंधान कार्य भिन्न-भिन्न विषयों में दक्षता प्राप्त वैज्ञानिकों द्वारा निष्पादित किया जाता है। आईसीएमआर-राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान में मलेरिया के चिकित्सीय एवं भेषज-विज्ञानीय पहलुओं पर सक्रिय रूप से शोध कार्य निष्पादित किया जाता है। अनुसंधान के व्यापक बहुविषयक क्षेत्रों को सम्मिलित किया गया है जैसे :- 1) जैवरसायन विज्ञान 2) संरचनागत जीव विज्ञान 3) जैव सांख्यिकी 4) जैव सूचना विज्ञान5) औषध खोज एवं औषध प्रतिरोधकता 6) कीटविज्ञान 7) जानपदिक रोग विज्ञान 8) प्रतिरक्षा विज्ञान 9) सूक्ष्मजीव-विज्ञान 10) आणिवक जैव विज्ञान 11) कोशिका जीव विज्ञान। अनुसंधान विषयों को तीन व्यापक क्षेत्रों में सीमांकित किया गया है: परपोषी विज्ञान, रोगवाहक जैव विज्ञान, जानपदिक रोग विज्ञान एवं पारिस्थितिकीय जैव विज्ञान
राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान में छात्र प्रशिक्षण गतिविधियां
आईसीएमआर-रा.म.अ.सं के वैज्ञानिकों द्वारा विभिन्न परियोजनाओं में अनुसंधान के लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु संस्थान देश के अति उत्साही और महत्वाकांक्षी युवाओं की सक्रिय भागीदारी के लिए उनके भविष्य के प्रारंभिक चरण में दोनों स्तरों (स्नातकोत्तर और डॉक्टोरल) पर उन्हें प्रशिक्षित करता है। तदानुसार, आईसीएमआर-रा.म.अ.सं. में छात्रों हेतु दो स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहे हैं:
- • पीएचडी डिग्री हेतु डॉक्टोरल प्रशिक्षण--- आईसीएमआर-एनआईएमआर, एक करार के माध्यम से अकेडमी ऑफ साइंन्टिफिक एण्ड इनोवेटिव रिसर्च(AcSIR, http://acsir.res.in/), के एक संबंद्ध केंद्र के रूप मे जाना जाने वाला, संसद अधिनियम, अकेडमी ऑफ साइंन्टिफिक एण्ड इनोवेटिव रिसर्च एक्ट 2011 द्वारा राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है। संस्थान में डिग्रियां AcSIR द्वारा प्रदान की जाती हैं।
- • किसी मान्यता प्राप्त भारतीय विश्व विद्यालय से स्नातकोत्तर डिग्री पूर्ण करने हेतु 3-6 माह का शोध प्रबंध/ ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम
पीएच.डी कार्यक्रम
सामान्य पात्रता एवं चयन प्रक्रिया
इच्छुक अभ्यर्थी ने प्राणी विज्ञान की किसी भी शाखा में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की हो और साथ ही सीएसआर्इआर- यूजीसी/आर्इसीएमआर/डीबीटी द्वारा संचालित नेट (जेआरएफ) की परीक्षा उत्तीर्ण की हो। आवेदन एवं चयन प्रक्रिया के संबंध में अधिक जानकारी हेतु यहां क्लिक करें. ।.पीएच-डी कार्यक्रमों हेतु आवेदन वर्ष भर प्राप्त किए जाते हैं। कृपया अपने आवेदन ई-मेल द्वारा सभी संगत दस्तावेजों के साथ phd.nimr@gmail.com में भेजें।
आईसीएमआर-एनआईएमआर, एक करार के माध्यम से अकेडमी ऑफ साईन्टिफिक एण्ड इनोवेटिव रिसर्च(AcSIR, http://acsir.res.in/), के एक संबंद्ध केंद्र के रूप में जाना जाता है। यह संसद के एक अधिनियम,अकेडमी ऑफ साईन्टिफिक एंड इनोवेटिव एक्ट 2011 के तहत एक राष्ट्रीय महत्व का संस्धान है। संस्थान में डिग्रियां AcSIR द्वारा प्रदान की जाती हैं। संस्थान में डिग्रियां AcSIR द्वारा प्रदान की जाती हैं।
पाठ्यक्रम की फीस , प्रयोगशाला व अन्य सुविधाएं
संस्थान द्वारा पी.एचडी पाठ्यक्रम के लिए कोर्इ फीस नहीं ली जाती है।तथापि, जिस विश्व विद्यालय में अभ्यर्थी पी.एचडी डिग्री के लिए पंजीकृत किया जाएगा, उस विश्वविद्यालय द्वारा छात्र से फीस वसूली जा सकती है, अत: पीएच डी हेतु पंजीकरण /पाठ्यक्रम की इस फीस का वहन अभ्यर्थी द्वारा ही किया जाएगा। पी.एचडी पाठ्यक्रम के लिए चयनित अभ्यर्थियों को एक वैज्ञानिक के पास नियुक्त किया जाएगा एवं उसे अपने कार्यक्रम को पूर्ण करने हेतु आवश्यक शोध कार्य के लिए प्रयोगशाला एवं अन्य सुविधाओं को इस्तेमाल करने की पूरी अनुमति प्रदान की जाएगी| वे आईसीएमआर-राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान के समय-समय पर नियमों एवं निर्देशों का पालन करने के लिए आबद्ध है|.
सामान्य निर्देश :
आईसीएमआर-राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान में अभी छात्रों के लिए कोर्इ आवास सुविधा नहीं है। चयनित छात्रों को स्वयं ही आवास की व्यवस्था करनी होगी। चुने गए छात्रों को आईसीएमआर-रा.म.अ.सं. में व्यक्तिगत चर्चाओं में भाग लेने के लिए कोर्इ टी.ए./डी.ए. नहीं दिया जाएगा।नेट(जेआरएफ) उत्तीर्ण कर चुके पीएच डी के छात्रों को निधि प्रदान करने वाली ऐजेंसियों के नियम एवं निबंधनों के अनुरुप छात्रवृत्ति, मकान किराया भत्ता व आकस्मिक अनुदान प्राप्त करने की अनुमति दी जाएगी |
पी.एचडी. पाठ्यक्रम से जुडी अन्य जानकारी हेतु phd.nimr@gmail.com से संपर्क करें|
स्नातकोत्तर हेतु लघु शोध-प्रबंध / ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम
सामान्य पात्रता एवं चयन प्रक्रिया
किसी भी मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालय से विभिन्न स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम में नामांकित छात्र आवेदन कर सकते हैं। वे छात्र जो अपने स्नातकोत्तर शोध प्रबंध को पूरा करने हेतु आईसीएमआर-राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान में प्रयास कर रहे हैं वे निदेशक, रा.म.अ.सं. को आवेदन पत्र भेज सकते हैं। आवेदन पत्र के साथ विश्व विद्यालय/विभाग के प्रमुख/प्राचार्य से सिफारिशी पत्र और पूर्ण जीवन वृत संलग्न करें। तदुपरान्त प्रत्येक प्रयोगशाला में स्थान की उपलब्धता के अनुसार योग्य अभ्यर्थियों को आरंभिक जांच एवं व्यक्तिगत विचार विमर्श हेतु आईसीएमआर-रा.म.अ.सं., नर्इ दिल्ली में स्थान दिए जाने का प्रस्ताव रखा जाएगा। छ: माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु आवेदन पत्र की अंतिम तिथि प्रति वर्ष 30 नवम्बर है। 30th Novemberof every year. सत्र का आरंभ प्रति वर्ष 01 जनवरी से होता है। ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु, आवेदन की अंतिम तिथि प्रतिवर्ष 30 मार्च है और सत्र प्रतिवर्ष 01 मईसे आरंभ होता है। कृपया आवेदन पत्र phd.nimr@gmail.com पर प्रेषित करें।
कृपया ध्यान दें कि उल्लेखित दोनों कार्यक्रमों के लिए वैज्ञानिक/निदेशक को व्यक्तिगत या र्इ-मेल द्वारा प्रेषित आवेदन पत्र पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
पाठ्यक्रम की फीस, प्रयोगशाला एवं अन्य सुविधाएं :-
कार्यक्रम में प्रवेश हेतु अनुमति पत्र मिलने के पश्चात् (छ: महीने के प्रशिक्षण कार्यक्रम) व (तीन महीने के प्रशिक्षण कार्यक्रम) के लिए एक बार की पाठ्यक्रम फीस क्रमश: 10,000/- व 5,000/- राशि को डिमांड ड्राफ्ट के रुप में, ‘निदेशक राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान’, नर्इ दिल्ली के नाम जमा करवाना होगा। कार्यक्रम में शामिल होने से पूर्व, अभ्यर्थी को विधिवत् रुप से भरा हुआ “बौद्धिक संपदा अधिकार प्रपत्र” चयनित छात्रों को अनुमति प्रपत्र के साथ जमा करवाना होगा जो उस कालेज/विश्वविद्यालय से संबंधित विभाग के प्राचार्य/विभागाध्यक्ष द्वारा विधिवत् रुप से हस्ताक्षरित होना चाहिए जहां से छात्र स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कर रहा है।
सामान्य निर्देश :
आईसीएमआर-राष्ट्रीय मलेरिया अनुसंधान संस्थान में अभी छात्रों के लिए कोर्इ आवास सुविधा नहीं है। चयनित छात्रों को स्वयं ही आवास की व्यवस्था करनी होगी। चुने गए छात्रों को आईसीएमआर-रा.म.अ.सं. में व्यक्तिगत चर्चाओं में भाग लेने के लिए कोर्इ टी.ए./डी.ए. नहीं दिया जाएगा। आईसीएमआर-रा.म.अ.सं. के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में भर्ती छात्र को किसी भी प्रकार की छात्रवृति नहीं दी जाएगी।
स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम से जुडी अन्य जानकारी हेतु phd.nimr@gmail.com से संपर्क करें।